राष्ट्रपति भवन: भारत की लोकतांत्रिक गरिमा का प्रतीक

भारत की राजधानी नई दिल्ली के केंद्र में स्थित राष्ट्रपति भवन केवल एक निवास स्थान नहीं, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक गौरव, संवैधानिक शक्ति और आधुनिक भारतीय इतिहास का प्रतीक है। यह भव्य भवन, जिसकी भव्यता और सौंदर्यशिल्प देश-विदेश में प्रसिद्ध है, आज भी भारतीय लोकतंत्र की जीवंत पहचान बना हुआ है।

🏛 स्थापत्य कला की अद्भुत मिसाल

राष्ट्रपति भवन का निर्माण ब्रिटिश राज के समय दो प्रसिद्ध वास्तुकारों — सर एडविन लुटियन्स और सर हरबर्ट बेकर द्वारा किया गया था। इसे मूल रूप से ब्रिटिश वायसराय के आवास के रूप में बनाया गया था और सन् 1929 में यह पहली बार आधिकारिक निवास के रूप में उपयोग में लाया गया। भारत की स्वतंत्रता के बाद यह भवन भारत के राष्ट्रपति का सरकारी निवास बन गया।

यह भवन 330 एकड़ भूमि में फैला हुआ है, जिसमें न केवल भवन, बल्कि खूबसूरत बाग-बगिचे, मुगल गार्डन, राजसी मार्ग और अनेक सहायक इमारतें भी शामिल हैं।

🕌 वास्तुशिल्प में भारतीयता का सम्मिलन

हालांकि यह भवन यूरोपीय रोमन वास्तुकला पर आधारित है, परंतु इसकी दीवारों, खंभों और छज्जों में भारतीय स्थापत्य तत्वों का भी सुंदर समावेश किया गया है। यहाँ आप बौद्ध रेलिंग, मुगल गुंबद, इस्लामी मेहराबें और हिंदू शैली की ब्रैकेट्स देख सकते हैं जो इसे एक अद्वितीय मिश्रित शैली का स्वरूप देते हैं।

🏛 दरबार हॉल से लेकर अशोक हॉल तक

भवन के पूर्वी द्वार से एक भव्य सीढ़ी द्वारा मुख्य मण्डप तक पहुंचा जाता है। यहाँ स्थित दरबार हॉल एक शानदार गुंबद वाला कक्ष है, जिसकी आकृति बौद्ध स्तूप से मेल खाती है। यह हॉल राष्ट्र के कई महत्वपूर्ण समारोहों, जैसे राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण, राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण, और राजनयिक स्वागत का गवाह रहा है।

इसके अलावा अशोक हॉल, जिसे एक समय में दरबार हॉल का दरबारखाना कहा जाता था, सुंदर चित्रकारी और फारसी शैली की सजावट के लिए प्रसिद्ध है।

🪷 जयपुरी स्तंभ और मुगल गार्डन

राष्ट्रपति भवन के बाहर स्थित है जयपुरी स्तंभ, जिसे महाराजा जयपुर द्वारा बनवाया गया था। यह स्तंभ एक लंबा पत्थर का खंभा है, जो शक्ति और स्थिरता का प्रतीक माना जाता है।

 

भवन के पश्चिम में फैला हुआ है मुगल गार्डन, जो दुनिया भर के फूलों और पेड़ों की दुर्लभ प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है। यह बाग हर वर्ष वसंत ऋतु में “उद्यानोत्सव” के दौरान आम जनता के लिए खोला जाता है और लाखों पर्यटक इसकी सुंदरता का आनंद लेने आते हैं।

📜 निष्कर्ष

राष्ट्रपति भवन न केवल भारत के प्रथम नागरिक का निवास है, बल्कि यह भारतीय इतिहास, लोकतंत्र और संस्कृति का भी समृद्ध प्रतीक है। इसकी भव्य वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व और आधुनिक शासन व्यवस्था में इसकी भूमिका इसे देश की सबसे प्रतिष्ठित इमारतों में से एक बनाती है।

यदि आप कभी दिल्ली जाएं, तो इस शानदार इमारत की एक झलक जरूर लें — यह नज़ारा आपको भारतीय होने पर गर्व का अनुभव कराएगा।

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